कभी गौर किया है कि बिजली चमकने पर आपको अचानक से डर लग जाता है या लिफ्ट में फंसे होने का ख्याल ही रोंगटे खड़े कर देता है? ये डर तो हम सभी को कभी न कभी होते ही हैं. लेकिन क्या हो अगर ये डर इतने ज्यादा बढ़ जाएं कि आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी प्रभावित होने लगे? यही फोबिया (PHOBIA) होते हैं.
फोबिया एक तरह का चिंता विकार है, जिसमें किसी खास चीज़, स्थिति या गतिविधि को लेकर बेवजह का और बहुत ज़्यादा डर होता है. ये डर इतना तीव्र होता है कि इससे पीड़ित व्यक्ति उस चीज़ से हर हाल में दूर रहने की कोशिश करता है.
लेकिन कभी-कभी यह भय अत्यधिक और तर्कहीन हो जाता है, जिसे फोबिया के रूप में जाना जाता है। फोबिया विशिष्ट वस्तुओं या स्थितियों का एक अत्यधिक और स्थायी भय है।
आज हम इस लेख में कुछ सामान्य फोबिया के बारे में जानेंगे:
फोबिया एक तरह का चिंता विकार है, जिसमें किसी खास चीज़, स्थिति या गतिविधि को लेकर बेवजह का और बहुत ज़्यादा डर होता है. ये डर इतना तीव्र होता है कि इससे पीड़ित व्यक्ति उस चीज़ से हर हाल में दूर रहने की कोशिश करता है.
लेकिन कभी-कभी यह भय अत्यधिक और तर्कहीन हो जाता है, जिसे फोबिया के रूप में जाना जाता है। फोबिया विशिष्ट वस्तुओं या स्थितियों का एक अत्यधिक और स्थायी भय है।
आज हम इस लेख में कुछ सामान्य फोबिया के बारे में जानेंगे:
1. एस्ट्रोफोबिया - ASTROPHOBIA - गड़गड़ाहट और बिजली का भय :-
यह गड़गड़ाहट और बिजली का भय है। एस्ट्रोफोबिक लोग तूफान से इतने भयभीत होते हैं कि वे घर से बाहर निकलने से डरते हैं, खिड़कियाँ बंद कर देते हैं, और तूफान के दौरान कांपते और रोते रहते हैं।
यह गड़गड़ाहट और बिजली का भय है। एस्ट्रोफोबिक लोग तूफान से इतने भयभीत होते हैं कि वे घर से बाहर निकलने से डरते हैं, खिड़कियाँ बंद कर देते हैं, और तूफान के दौरान कांपते और रोते रहते हैं।
2. क्लस्टरोफोबिया - CLAUSTROPHOBIA - संकीर्ण / संकरा / तंग स्थानों का डर
यह छोटे, संलग्न स्थानों का भय है। क्लस्टरोफोबिक लोग लिफ्ट, सुरंगों, छोटे कमरों, और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचते हैं। वे घुटन महसूस करते हैं, सांस लेने में तकलीफ होती है, और पसीना आता है।
यह छोटे, संलग्न स्थानों का भय है। क्लस्टरोफोबिक लोग लिफ्ट, सुरंगों, छोटे कमरों, और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचते हैं। वे घुटन महसूस करते हैं, सांस लेने में तकलीफ होती है, और पसीना आता है।
3. अर्चनोफोबिया - ARACHNOPHOBIA - मकड़ियों का भय
यह मकड़ियों का भय है। अर्चनोफोबिक लोग मकड़ियों को देखकर ही घबरा जाते हैं, और उनसे दूर भागने की कोशिश करते हैं। वे मकड़ियों के जालों से भी डरते हैं।
4. ओफिडीवोफोबिया - OPHIDIOPHOBIA - साँपों का भय
यह साँपों का भय है। ओफिडीवोफोबिक लोग साँपों को देखकर, सुनकर, या उनकी तस्वीरें देखकर भी डर जाते हैं। वे साँपों के बारे में सोचने से भी डरते हैं।
यह साँपों का भय है। ओफिडीवोफोबिक लोग साँपों को देखकर, सुनकर, या उनकी तस्वीरें देखकर भी डर जाते हैं। वे साँपों के बारे में सोचने से भी डरते हैं।
5. ट्राईपोफोबिया - TRYPOPHOBIA - छिद्रों, समूहों या पैटर्न का भय
यह अनियमित आकार के छिद्रों, समूहों या पैटर्न का भय है। ट्राईपोफोबिक लोग छेदों वाले चित्रों, वस्तुओं, या बनावटों को देखकर घबरा जाते हैं। उन्हें चक्कर आ सकते हैं, उल्टी हो सकती है, या त्वचा में जलन हो सकती है।
यह अनियमित आकार के छिद्रों, समूहों या पैटर्न का भय है। ट्राईपोफोबिक लोग छेदों वाले चित्रों, वस्तुओं, या बनावटों को देखकर घबरा जाते हैं। उन्हें चक्कर आ सकते हैं, उल्टी हो सकती है, या त्वचा में जलन हो सकती है।
6. कार्सिनोफोबिया - CARCINOPHOBIA - कैंसर का डर
कार्सिनोफोबिया कैंसर के प्रति अत्यधिक भय है। यह भय इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति कैंसर के बारे में सोचने या बात करने से भी डर सकता है। व्यक्ति कैंसर के बारे में लगातार चिंता और घबराहट, हर छोटी बीमारी को कैंसर समझना, डॉक्टरों और मेडिकल जांचों से परहेज, अवसाद और सामाजिक अलगाव के बारे में सोचने लगता है.
7. थानाटोफोबिया - THANATOPHOBIA - मौत का डर
थानाटोफोबिया मृत्यु के प्रति अत्यधिक भय है। यह भय मरने की प्रक्रिया, मृत्यु के बाद क्या होता है, या जीवन के अर्थ से संबंधित हो सकता है। इंसान मृत्यु और मृत लोगों के बारे में लगातार विचार और मृत्यु से जुड़ी चीजों से परहेज करता है एवं इंसान में घबराहट के दौरे, सांस लेने में तकलीफ और पसीना आना जैसे लक्षण नज़र आते है .
थानाटोफोबिया मृत्यु के प्रति अत्यधिक भय है। यह भय मरने की प्रक्रिया, मृत्यु के बाद क्या होता है, या जीवन के अर्थ से संबंधित हो सकता है। इंसान मृत्यु और मृत लोगों के बारे में लगातार विचार और मृत्यु से जुड़ी चीजों से परहेज करता है एवं इंसान में घबराहट के दौरे, सांस लेने में तकलीफ और पसीना आना जैसे लक्षण नज़र आते है .
8. ग्लोसोफोबिया - GLOSSOPHOBIA - सार्वजनिक बोलने का डर
ग्लोसोफोबिया सार्वजनिक रूप से बोलने का डर है। यह डर इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति सामाजिक समारोहों, बैठकों या कक्षाओं में बोलने से डर सकता है।
ग्लोसोफोबिया सार्वजनिक रूप से बोलने का डर है। यह डर इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति सामाजिक समारोहों, बैठकों या कक्षाओं में बोलने से डर सकता है।
9. एक्रोफोबिया - ACROPHOBIA - ऊंचाई का डर
यह फोबिया उन लोगों को घेर लेता है जिनको ऊंचाई से अत्यधिक डर लगता है। मामूली ऊंचाई पर भी उन्हें चक्कर आना, पसीना आना, घबराहट और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
यह फोबिया उन लोगों को घेर लेता है जिनको ऊंचाई से अत्यधिक डर लगता है। मामूली ऊंचाई पर भी उन्हें चक्कर आना, पसीना आना, घबराहट और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
10. एगोराफोबिया - AGORAPHOBIA - खुले और भीड़भाड़ वाले स्थानों का डर
इस फोबिया से ग्रस्त व्यक्ति खुले मैदानों, बाजारों, या भीड़भाड़ वाली जगहों से डरते हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि वे इन जगहों से भाग नहीं पाएंगे या इनमें फंस जाएंगे।
इस फोबिया से ग्रस्त व्यक्ति खुले मैदानों, बाजारों, या भीड़भाड़ वाली जगहों से डरते हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि वे इन जगहों से भाग नहीं पाएंगे या इनमें फंस जाएंगे।
11. एलेक्ट्रोफोबिया - ALEKTROPHOBIA - मुर्गियों का डर
यह एक अजीबोगरीब फोबिया है जिसमें व्यक्ति मुर्गियों से अत्यधिक डरते हैं। उन्हें मुर्गियों को देखकर, उनकी आवाज सुनकर या यहां तक कि उनके बारे में सोचकर भी डर लग सकता है।
12. एनोक्लोफोबिया - ENOCHLOPHOBIA - भीड़ से डर
एनोक्लोफोबिया भीड़भाड़ वाली जगहों से डरने का एक प्रकार का फोबिया है। यह डर इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति भीड़भाड़ वाली जगहों से पूरी तरह से बचने लगता है। एनेक्लोफोबिया के लक्षणों में घबराहट, चक्कर आना, पसीना आना, सांस लेने में तकलीफ और दिल की धड़कन बढ़ना शामिल हो सकते हैं।
एनोक्लोफोबिया भीड़भाड़ वाली जगहों से डरने का एक प्रकार का फोबिया है। यह डर इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति भीड़भाड़ वाली जगहों से पूरी तरह से बचने लगता है। एनेक्लोफोबिया के लक्षणों में घबराहट, चक्कर आना, पसीना आना, सांस लेने में तकलीफ और दिल की धड़कन बढ़ना शामिल हो सकते हैं।
13. अफिनफोजिमफोबिया - APHENPHOSMPHOBIA - अंतरंगता का डर
अफिनफोजिमफोबिया अंतरंगता से जुड़े डर का एक प्रकार का फोबिया है। यह डर रोमांटिक रिश्तों, शारीरिक स्पर्श या भावनात्मक जुड़ाव से हो सकता है। अफिनफोजिमफोबिया के लक्षणों में चिंता, घबराहट, पसीना आना, कांपना और सामाजिक अलगाव शामिल हो सकते हैं।
14. साइनोफोबिया - CYNOPHOBIA - कुत्तों का डर
साइनोफोबिया कुत्तों से डरने का एक प्रकार का फोबिया है। यह डर कुत्तों के देखने, सुनने या उनके बारे में सोचने से भी हो सकता है। साइनोफोबिया के लक्षणों में घबराहट, चिल्लाना, रोना, कांपना और पसीना आना शामिल हो सकते हैं।
15. माइसोफोबिया - MYSOPHOBIA - कीटाणुओं का डर।
माइसोफोबिया, जिसे जर्मोफोबिया भी कहा जाता है, किटाणुओं और गंदगी का अत्यधिक डर है। इस फोबिया से ग्रस्त लोग लगातार हाथ धोने, सफाई करने और उन चीजों से बचने की कोशिश करते हैं जिन्हें वे दूषित मानते हैं।
इन फोबियाओं का इलाज :
इन फोबियाओं का इलाज चिकित्सा और दवा के संयोजन से किया जा सकता है। संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (CBT) एक प्रभावी उपचार है जो लोगों को अपने डर को समझने और उनका सामना करने में मदद करता है। कुछ मामलों में, एंटी-डिप्रेसेंट या एंटी-एंग्जायटी दवाओं का उपयोग लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है।
इन फोबियाओं का इलाज चिकित्सा और दवा के संयोजन से किया जा सकता है। संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (CBT) एक प्रभावी उपचार है जो लोगों को अपने डर को समझने और उनका सामना करने में मदद करता है। कुछ मामलों में, एंटी-डिप्रेसेंट या एंटी-एंग्जायटी दवाओं का उपयोग लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आप अकेले नहीं हैं। डर पर विजय प्राप्त करके आप एक बेहतर और अधिक खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
इस लेख में बताए गए फोबिया के अलावा भी कई तरह के फोबिया होते हैं. फोबिया किसी को भी हो सकता है, चाहे उनकी उम्र या लिंग कुछ भी हो. फोबिया का इलाज संभव है. अगर आपको मदद की जरूरत है, तो हिचकिचाएं नहीं, डॉक्टर से संपर्क करें.
इस लेख में बताए गए फोबिया के अलावा भी कई तरह के फोबिया होते हैं. फोबिया किसी को भी हो सकता है, चाहे उनकी उम्र या लिंग कुछ भी हो. फोबिया का इलाज संभव है. अगर आपको मदद की जरूरत है, तो हिचकिचाएं नहीं, डॉक्टर से संपर्क करें.
आप फोबिया से जुड़े अपने अनुभव या सवाल कमेंट्स में लिख सकते हैं.