आज का इतिहास - 17 फ़रवरी

17 फ़रवरी - Today In History - SchoolStuffs36garh
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17 फरवरी भारत एवं विश्व के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटी हैं, इस ब्लॉग पोस्ट में हम इस दिन के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की चर्चा करेंगे:


17 फरवरी: भारत के इतिहास में आज का दिन

1670: छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगलों से सिंहगढ़ किला जीता।

सिंहगढ़ किला, जिसे कोंढाणा के नाम से भी जाना जाता है, पुणे के पास स्थित एक महत्वपूर्ण किला था। यह किला मुगलों के कब्जे में था और शिवाजी महाराज इसे वापस जीतना चाहते थे। 17 फरवरी, 1670 को, शिवाजी महाराज और उनके सैनिकों ने किले पर रात में हमला किया। उन्होंने चट्टानों पर चढ़कर किले में प्रवेश किया और मुगलों को हरा दिया। सिंहगढ़ किले की जीत शिवाजी महाराज के लिए एक महत्वपूर्ण जीत थी, क्योंकि इससे उन्हें पुणे और आसपास के क्षेत्र पर नियंत्रण प्राप्त हुआ।

1831: भगवान रामकृष्ण परमहंस का जन्म हुआ।

भगवान रामकृष्ण परमहंस 19वीं शताब्दी के एक महान हिंदू संत और रहस्यवादी थे। उनका जन्म 17 फरवरी, 1831 को हुगली जिले के कामारहाटी में हुआ था। रामकृष्ण परमहंस ने विभिन्न धर्मों और दर्शनों का अध्ययन किया और वेदांत दर्शन के अनुयायी बन गए। वे अपनी भक्ति और चमत्कारों के लिए जाने जाते थे। रामकृष्ण परमहंस ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, जो आज भी भारत और दुनिया भर में सेवा कार्य कर रहा है।

1857: क्रांतिकारी तात्या टोपे ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ मिलकर
अंग्रेजों से लोहा लिया।

1857 का विद्रोह भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी। इस विद्रोह में तात्या टोपे और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 17 फरवरी, 1857 को, तात्या टोपे और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ी। इस लड़ाई में, उन्होंने अंग्रेजों को भारी नुकसान पहुंचाया।

1915: महात्मा गांधी ने पहली बार शांतिनिकेतन की यात्रा की।

शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल में स्थित एक विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना रवींद्रनाथ टैगोर ने की थी। 17 फरवरी, 1915 को, महात्मा गांधी ने पहली बार शांतिनिकेतन की यात्रा की। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने टैगोर और उनके छात्रों के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया। गांधी जी शांतिनिकेतन के शिक्षा दर्शन से बहुत प्रभावित हुए थे।

1948: सरदार वल्लभभाई पटेल ने "राजनीतिक एकीकरण" के लिए
"राज्यों के पुनर्गठन" की घोषणा की।

भारत की स्वतंत्रता के बाद, सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के राजनीतिक एकीकरण का कार्यभार संभाला। 17 फरवरी, 1948 को, उन्होंने "राज्यों के पुनर्गठन" की घोषणा की। इस योजना के तहत, भारत के 562 रियासतों को 14 राज्यों और 6 केंद्र शासित प्रदेशों में मिला दिया गया।

1962: भारत-चीन युद्ध शुरू हुआ।

1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ। यह युद्ध सीमा विवाद को लेकर हुआ था। 17 फरवरी, 1962 को, चीन ने भारत पर हमला किया। इस युद्ध में भारत को भारी नुकसान हुआ।

1971: भारत ने पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश को स्वतंत्र कराया।

1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ। यह युद्ध बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम को लेकर हुआ था। 17 फरवरी, 1971 को, पाकिस्तान ने भारत पर हवाई हमला किया। इस हमले के जवाब में, भारत ने भी पाकिस्तान पर हवाई हमला किया। युद्ध 9 महीने तक चला और 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान ने हार मान ली। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी और बांग्लादेश को स्वतंत्र कराया।

2001: भारत ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को हराया।

1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध हुआ। यह युद्ध कारगिल क्षेत्र में हुआ था। 17 फरवरी, 2001 को, भारत ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को हरा दिया। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया।

1931: गांधी-इरविन समझौता

17 फ़रवरी 1931 में लॉर्ड इरविन ने दिल्ली के वाइसरीगल लॉज में महात्मा गांधी का पहली बार भारत की जनता के लोकप्रिय नेता के रूप में स्वागत किया। यह एक ऐतिहासिक मुलाकात थी, जिसमें दोनों नेताओं ने भारत की स्वाधीनता और साम्राज्यवाद के मुद्दों पर बातचीत की। इस मुलाकात के परिणामस्वरूप, गांधी-इरविन समझौता हुआ, जिसमें गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का वादा किया, और इरविन ने कुछ राजनीतिक सजाओं को कम करने और नमक कानून को रद्द करने का वादा किया।

1979 : में भारत ने चीन के वियतनाम पर हमले का विरोध किया

17 फ़रवरी 1979 में भारत ने चीन के वियतनाम पर हमले का विरोध किया, और वियतनाम को आर्थिक और मानवीय सहायता दी। चीन ने वियतनाम पर हमला किया था, क्योंकि वियतनाम ने कंबोडिया में चीन के समर्थित ख्मेर रूज सरकार को उलट दिया था, और सोवियत संघ के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया था। भारत ने चीन की कार्रवाई को एक अवैध और आक्रामक चाल कहा, और वियतनाम के लिए अपने बंदरगाहों को खोल दिया।

1997 : बंगलादेश की विवादास्पद लेखिका तसलीमा नसरीन ने
भारतीय नागरिकता का अनुरोध किया।

17 फ़रवरी 1997 में बंगलादेश की विवादास्पद लेखिका तसलीमा नसरीन ने भारतीय नागरिकता का अनुरोध किया। वह अपनी पुस्तक ‘लज्जा’ के कारण बंगलादेश में फतवा के तहत थी, जिसमें उसने बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हुए अत्याचारों को उजागर किया था। वह भारत में शरण में आई थी, और अपने लिए एक सुरक्षित आश्रय की तलाश में थी।

17 फरवरी: विश्व इतिहास में आज का दिन

1945: द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र देशों ने बर्लिन पर बमबारी शुरू की।

17 फरवरी, 1945 को, द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र देशों ने जर्मनी की राजधानी बर्लिन पर बमबारी शुरू की। यह बमबारी 14 फरवरी से 25 अप्रैल, 1945 तक चली। इस बमबारी में बर्लिन शहर को भारी नुकसान हुआ और हजारों लोग मारे गए।

1963: अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने नागरिक अधिकारों के लिए भाषण दिया।

17 फरवरी, 1963 को, अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने नागरिक अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। इस भाषण में, उन्होंने सभी अमेरिकियों के लिए समानता की मांग की।

1972: अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने चीन की यात्रा शुरू की।

17 फरवरी, 1972 को, अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने चीन की यात्रा शुरू की। यह किसी अमेरिकी राष्ट्रपति की चीन की पहली यात्रा थी। इस यात्रा ने अमेरिका और चीन के बीच संबंधों को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

1991: गल्फ युद्ध शुरू हुआ।

17 फरवरी, 1991 को, इराक के कुवैत पर कब्जे के बाद गल्फ युद्ध शुरू हुआ। यह युद्ध 28 फरवरी, 1991 तक चला। इस युद्ध में इराक की हार हुई और कुवैत को मुक्त करा लिया गया।

2005: लेबनान में पूर्व प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या।

17 फरवरी, 2005 को, लेबनान के पूर्व प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या कर दी गई। उनकी हत्या के बाद लेबनान में राजनीतिक अस्थिरता का दौर शुरू हुआ।

2011: लीबिया में गृहयुद्ध शुरू हुआ।

17 फरवरी, 2011 को, लीबिया में गृहयुद्ध शुरू हुआ। यह युद्ध मुअम्मर गद्दाफी की तानाशाही के खिलाफ विद्रोह के रूप में शुरू हुआ। इस युद्ध में गद्दाफी की हार हुई और लीबिया में लोकतंत्र की स्थापना हुई।

17 फरवरी को जन्मे प्रसिद्ध लोग: 17 फरवरी को निधन हुए प्रसिद्ध लोग:
1473: निकोलस कोपरनिकस 1857: जॉन एडम्स
1809: लॉर्ड मैकाले 1600: जियोर्डानो ब्रूनो
1831: भगवान रामकृष्ण परमहंस 1883: वासुदेव बलवंत फड़के
1831: थॉमस एडिसन 1901: रानी विक्टोरिया
1888: कार्ल जंग 1970: आचार्य विनोबा भावे
1909: भगत सिंह 1984: इंदिरा गांधी
1925: श्यामाचरण शुक्ल 2013: वी.एस. नायपॉल
1930: लता मंगेशकर
1938: राज कपूर
1944: रॉबर्ट डी नीरो
1954: रजनीकांत

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