आज का इतिहास - 16 फ़रवरी
16 फ़रवरी, भारत और वैश्विक इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं की याद दिलाता है। इस दिन हुई कुछ घटनाएं हमें समृद्धि, साहित्य, और विज्ञान में महत्वपूर्ण यात्राओं की स्मृति में ले जाती हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इस दिन के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की चर्चा करेंगे:
16 फरवरी को जन्मे प्रसिद्ध लोग
1745: मराठा साम्राज्य के चौथे पेशवा थोरले माधवराव का जन्म।
- थोरले माधवराव पेशवा का जन्म 16 फरवरी 1745 को हुआ था।
- वे मराठा साम्राज्य के चौथे पेशवा थे।
- उन्होंने 1761 से 1772 तक शासन किया।
- माधवराव पेशवा एक कुशल योद्धा और प्रशासक थे।
- उन्होंने मराठा साम्राज्य का विस्तार किया और इसे मजबूत बनाया।
- उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई लड़ाइयां जीतीं।
- माधवराव पेशवा की मृत्यु 1772 में 27 वर्ष की आयु में हुई।
1896: हिंदी के प्रसिद्ध कवि, साहित्यकार और लेखक सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म।
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म 16 फरवरी 1896 को हुआ था।
- वे हिंदी के प्रसिद्ध कवि, साहित्यकार और लेखक थे।
- वे छायावाद के प्रमुख कवियों में से एक थे।
- उन्होंने कई प्रसिद्ध कविताएं, कहानियां और उपन्यास लिखे।
- उनकी कुछ प्रसिद्ध रचनाओं में "गीतिका", "परिमल", "मधुशाला", "अनामिका", "कुकुरमुत्ता", "आत्मा की आँखें" और "वह तोड़ती पत्थर" शामिल हैं।
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का निधन 15 अक्टूबर 1961 को हुआ।
1809: संयुक्त राज्य अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का जन्म हुआ।
अब्राहम लिंकन:
- अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फरवरी 1809 को हुआ था।
- वह संयुक्त राज्य अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे।
- उन्होंने अमेरिकी गृहयुद्ध के दौरान देश का नेतृत्व किया।
- उन्हें अमेरिकी इतिहास के सबसे महान राष्ट्रपतियों में से एक माना जाता है।
- 14 अप्रैल, 1865 को उनकी हत्या कर दी गई।
1822: अंग्रेजी प्रकृतिवादी चार्ल्स डार्विन का जन्म हुआ।
चार्ल्स डार्विन:
- चार्ल्स डार्विन का जन्म 12 फरवरी 1822 को हुआ था।
- वह एक अंग्रेजी प्रकृतिवादी थे जिन्होंने प्राकृतिक चयन द्वारा विकास का सिद्धांत विकसित किया।
- उनकी पुस्तक "ऑन द ओरिजिन ऑफ स्पीशीज़" 1859 में प्रकाशित हुई थी।
- उनका विकासवाद का सिद्धांत इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक सिद्धांतों में से एक है।
- 19 अप्रैल, 1882 को उनकी मृत्यु हो गई।
1839: आधुनिक चिकित्सा के जनक माने जाने वाले
चिकित्सक सर विलियम ओस्लर का जन्म हुआ।
सर विलियम ओस्लर:
- सर विलियम ओस्लर का जन्म 12 जुलाई 1839 को हुआ था.
- वह एक कनाडाई चिकित्सक थे जिन्हें आधुनिक चिकित्सा का जनक माना जाता है।
- उन्होंने जॉन्स हॉपकिन्स स्कूल ऑफ मेडिसिन की स्थापना की।
- उन्होंने पाठ्यपुस्तक "चिकित्सा के सिद्धांत और अभ्यास" लिखी।
- 29 दिसंबर, 1919 को उनकी मृत्यु हो गई।
16 फरवरी को मृत्यु को प्राप्त हुए प्रसिद्ध लोग
1944: हिन्दी सिनेमा के पितामाह दादा साहब फाल्के
का नासिक में 74 वर्ष की आयु में निधन।
दादा साहब फाल्के:- दादा साहब फाल्के का जन्म 30 अप्रैल 1870 को हुआ था।
- उन्हें हिन्दी सिनेमा का पितामाह माना जाता है।
- उन्होंने भारत की पहली फिल्म "राजा हरिश्चंद्र" का निर्माण किया।
- यह फिल्म 3 मई 1913 को रिलीज़ हुई थी।
- दादा साहब फाल्के ने कई अन्य फिल्में भी बनाईं।
- उनका निधन 16 फरवरी 1944 को हुआ।
1907: साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले इतालवी कवि गियोसु कार्डुची का निधन।
जियोसुए कार्डुची:
- जिओसुए कार्डुची का जन्म 27 जुलाई, 1835 को हुआ था।
- वह एक इतालवी कवि थे जिन्होंने 1906 में साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीता था।
- वह अपनी देशभक्ति और राजनीतिक कविताओं के लिए जाने जाते थे।
- 16 फरवरी, 1907 को उनकी मृत्यु हो गई।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं:
1918: लुथियाना ने खुद को स्वतंत्र घोषित किया।
लुथियाना का स्वतंत्रता आंदोलन:
- 1918 में, लुथियाना के लोगों ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता की घोषणा की।
- यह आंदोलन "लुथियाना का स्वतंत्रता आंदोलन" के नाम से जाना जाता है।
- इस आंदोलन का नेतृत्व लाला लाजपत राय, भगत सिंह और अन्य क्रांतिकारियों ने किया था।
- यह आंदोलन कुछ समय तक ही चला, लेकिन इसने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित किया।
1861: ब्रिटिश भारत में भारतीय नागरिक सेवा (आईसीएस) परीक्षा शुरू हुई।
आईसीएस परीक्षा:
- भारतीय नागरिक सेवा (आईसीएस) परीक्षा 1861 में शुरू हुई थी।
- यह परीक्षा ब्रिटिश भारत में उच्च पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती थी।
- यह परीक्षा बहुत कठिन थी और इसे पास करने के लिए बहुत मेहनत और तैयारी की आवश्यकता होती थी।
- आईसीएस परीक्षा ने भारत में शिक्षा और प्रतियोगिता को बढ़ावा दिया।
1922: महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस लिया।
असहयोग आंदोलन:
- असहयोग आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था।
- इस आंदोलन का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया था।
- इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करना था।
- इस आंदोलन में भारत के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
- 1922 में, महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया।
1969: मिर्जा गालिब की 100वीं पुण्यतिथि पर डाक टिकट जारी किया गया।
मिर्जा गालिब:
- मिर्जा गालिब का जन्म 27 दिसंबर 1797 को हुआ था।
- वे उर्दू के प्रसिद्ध शायर थे।
- उन्हें "उर्दू ग़ज़ल के सम्राट" के नाम से भी जाना जाता है।
- उनकी ग़ज़लें आज भी बहुत लोकप्रिय हैं।
- उनका निधन 15 फरवरी 1869 को हुआ।
1917: ज़िम्मरमैन टेलीग्राम को अंग्रेजों ने रोक लिया था,
जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ मेक्सिको के साथ सहयोग करने
की जर्मनी की योजना का पता चला।
ज़िम्मरमैन टेलीग्राम:
- ज़िम्मरमैन टेलीग्राम जर्मन विदेश सचिव आर्थर ज़िम्मरमैन द्वारा मैक्सिको में जर्मन राजदूत हेनरिक वॉन एकार्ड को भेजा गया एक गुप्त टेलीग्राम था।
- 1917 में अंग्रेजों ने टेलीग्राम को इंटरसेप्ट कर लिया था।
- टेलीग्राम ने संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ मेक्सिको के साथ सहयोग करने की जर्मनी की योजना का खुलासा किया।
- टेलीग्राम उन कारकों में से एक था जिसने संयुक्त राज्य अमेरिका को प्रथम विश्व युद्ध में प्रवेश करने के लिए प्रेरित किया।
1959: फिदेल कास्त्रो ने क्यूबा में फुलगेन्सियो बतिस्ता की सरकार को उखाड़ फेंका।
फिदेल कास्त्रो:
- फिदेल कास्त्रो का जन्म 13 अगस्त 1926 को हुआ था.
- वह क्यूबा के क्रांतिकारी और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने क्यूबा की क्रांति का नेतृत्व किया।
- वह 1959 से 1976 तक क्यूबा के प्रधानमंत्री और 1976 से 2008 तक क्यूबा के राष्ट्रपति रहे।
- 25 नवंबर, 2016 को उनका निधन हो गया।
2005: क्योटो प्रोटोकॉल, एक अंतरराष्ट्रीय संधि
जिसका उद्देश्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है, लागू हुई।
क्योटो प्रोटोकोल:
- क्योटो प्रोटोकॉल एक अंतरराष्ट्रीय संधि है जिसका उद्देश्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है।
- यह संधि 1997 में अपनाई गई और 2005 में लागू हुई।
- इस संधि को 192 देशों द्वारा अनुमोदित किया गया है।
- संधि का लक्ष्य 2012 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को 1990 के स्तर से 5% कम करना है।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं:
भारत:
- 1759: मद्रास पर फ्रांसीसी कब्ज़ा समाप्त हो गया, जो एंग्लो-फ़्रेंच कर्नाटक युद्धों में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
- 1896: प्रसिद्ध हिंदी कवि और लेखक सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म हुआ। "जूही की कली" और "गीतांजलि" सहित उनकी रचनाएँ हिंदी साहित्य में मील का पत्थर मानी जाती हैं।
दुनिया:
- 1959: तानाशाह फुलगेन्सियो बतिस्ता की सेना को हराने के बाद फिदेल कास्त्रो क्यूबा के प्रधान मंत्री बने। यह क्यूबा में साम्यवादी क्रांति की शुरुआत का प्रतीक है।
- 2005: क्योटो प्रोटोकॉल, एक अंतरराष्ट्रीय संधि जिसका उद्देश्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करके जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना है, प्रभाव में आया।
- 2021: अल्जीरिया में राजनीतिक सुधारों की मांग को लेकर हिरक आंदोलन की दो साल की सालगिरह पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
- लियोनेल मेसी ने इस दिन बार्सिलोना के लिए अपना 300वां गोल किया।
- 923: पुरातत्ववेत्ता हॉवर्ड कार्टर ने मिस्र में फिरौन तूतनखामुन के दफ़नाने वाले कक्ष की सील खोली, जिससे खजाने का खजाना सामने आया।
- 1951: संयुक्त राज्य अमेरिका ने मार्शल द्वीप समूह में एनीवेटोक एटोल पर अपने पहले थर्मोन्यूक्लियर बम का परीक्षण किया, जिसका कोड-नाम "माइक" था।
- 1968: अमेरिका के अलबामा के हेलीविले में पहली 911 आपातकालीन टेलीफोन प्रणाली का उद्घाटन किया गया।
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16 फ़रवरी के इन और अन्य महत्वपूर्ण दिनों ने हमें विभिन्न क्षेत्रों में जागरूक किया है और समाज को सशक्त बनाने के लिए सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक सुधारों की ओर प्रोत्साहित किया है। इन दिनों को याद करके हम एक सशक्त और सहमत समाज की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।