निपुण भारत मिशन और विद्या प्रवेश कार्यक्रम अंतर्गत
" स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम "
परिचय : यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत " निपुण भारत मिशन " और NCERT के " विद्या प्रवेश " तीन महीने के खेल आधारित स्कूल तैयारी माड्यूल को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं। इसका उद्देश्य कक्षा 1 में प्रवेश करने वाले सभी बच्चों के लिए 12 सप्ताह (3 महीने) का एक प्रभावी स्कूल तैयारी कार्यक्रम प्रदान करना है।
कार्यक्रम का स्वरूप : स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम को सुचारू रूप से क्रियान्वयन हेतु शासन के द्वारा कार्यक्रम का स्वरुप तैयार किया गया है जो कि इस प्रकार से है -
- कार्यक्रम की अवधि : शासन के द्वारा कार्यक्रम की अवधि 12 सप्ताह यानि 3 माह निर्धारित किया गया है।
- सम्बंधित कक्षा : यह कार्यक्रम मुख्य रूप से कक्षा पहेली में प्रवेशित छात्रों के लिये आयोजित किया जायेग।
- कार्यक्रम का समय : स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम का संचालन सप्ताह में 6 दिन एवं प्रतिदिन 4 घंटे जिसमें शिक्षक अपने आवश्कता अनुसार समय का सदुपयोग करते हुए कम या ज्यादा कर सकते हैं।
- कार्यक्रम स्थल : कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षित शिक्षक स्वयं के विद्यालय में करेंगे ।
विशेष टीप : चूँकि शनिवार के दिन शाला का समय प्रथम पहर का रहता है एवं शनिवार के दिन के शासन के द्वारा समय - समय पर प्राप्त अलग - अलग दिशा-निर्देशों के अनुसार शाला का संचालन किया जाता है । ऐसे स्थिति में शनिवार के दिन शिक्षक साथी निम्नलिखित गतिविधियां कर सकते हैं:
- पिछले सप्ताह में 'स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम' अंतर्गत की गई गतिविधियों की समीक्षा कर सकते हैं एवं सुधार की आवश्यकता हो तो अगले दिनों में उन्हें शामिल कर लक्ष्य प्राप्त करने प्रयास कर सकते हैं ।
- समय सारिणी अनुसार 'स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम' के अगले सप्ताह के लिए योजनायें बना सकते हैं।
- 'स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम' से जुड़े कौशलों एवं अन्य विधाओं के विकास पर कार्य कर सकते हैं ।
'स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम' देश में लागू नयी शिक्षा नीति 2020 पर फोकस करती है। यह कार्यक्रम बच्चों को कक्षा 1 में सफल होने
के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान विकसित करने में मदद करेगा। यह उन्हें स्कूल
के माहौल के अनुकूल होने और अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए
प्रोत्साहित करेगा। अब हम इस कार्यक्रम के महत्वपूर्ण लक्षित कौशल एवं ज्ञान अर्जन के महत्वपूर्ण बिन्दुओं को समझते हैं -
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
- खेल आधारित शिक्षा: सीखने को मजेदार और आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न खेलों और गतिविधियों का उपयोग किया जाएगा।
- सर्वसमावेशी: सभी बच्चों की विभिन्न क्षमताओं और आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाएगा।
- समग्र विकास: शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक, संज्ञानात्मक और भाषा कौशल के विकास पर ध्यान दिया जाएगा।
- अनुभवजन्य शिक्षा: बच्चों को सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे स्वयं चीजों का अनुभव करके और करके सीखें।
- नियमित मूल्यांकन: बच्चों की प्रगति का नियमित मूल्यांकन किया जाएगा और अभिभावकों को उनकी प्रगति के बारे में जानकारी दी जाएगी।
स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और बौद्धिक रूप से स्कूल के लिए तैयार करना है। इस कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियाँ शामिल हैं जो बच्चों में आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करती हैं जो की इस प्रकार से हैं -
दैनिक शिक्षण गतिविधियाँ :
- सर्कल टाइम:
- यह दिन की शुरुआत करने का एक तरीका है।
- इसमें बच्चों को स्वागत करना, उनसे बातचीत करना, व्यायाम करना और स्वास्थ्य जांच करना शामिल है।
- यह गतिविधि बच्चों को दिनभर की गतिविधियों के लिए तैयार करती है।
- स्वतंत्र खेल:
- यह गतिविधि बच्चों को अपनी कल्पना और रचनात्मकता का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- इसके लिए कक्षा में विभिन्न कोने बनाए जाते हैं जहाँ बच्चे अपनी रुचि के अनुसार खेल सकते हैं।
- शिक्षक बच्चों की निगरानी करते हैं और उनकी ज़रूरत के अनुसार मदद करते हैं।
- भाषा और साक्षरता:
- इस भाग में बच्चों में मौखिक भाषा, ध्वनि जागरूकता, सामाजिक और भावनात्मक विकास, पढ़ने और लिखने के कौशल विकसित किए जाते हैं।
- बच्चों को कहानियाँ सुनाई जाती हैं, गाने गाए जाते हैं, और उन्हें अपनी बातों को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- गणित, पर्यावरण, वैज्ञानिक सोच:
- इस भाग में बच्चों को गणित की बुनियादी अवधारणाओं, उनके आसपास के वातावरण और वैज्ञानिक सोच के बारे में जानकारी दी जाती है।
- बच्चों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सीखने का मौका दिया जाता है।
- बाहरी खेल:
- ये खेल बच्चों में टीम भावना, मनोरंजन और अभिव्यक्ति विकसित करते हैं।
- बच्चों को विभिन्न प्रकार के खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- अलविदा समय:
- इस भाग में दिनभर की गतिविधियों की समीक्षा की जाती है, अगले दिन की योजना बनाई जाती है, और सामाजिक और भावनात्मक विकास पर काम किया जाता है।
स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम बच्चों को स्कूल के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करने का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम बच्चों को शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और बौद्धिक रूप से विकसित करने में मदद करता है। शिक्षक साथी अपनी आवश्यकताओं और बच्चों की ज़रूरतों के अनुसार इसमें बदलाव कर सकते हैं। सभी गतिविधियों को मजेदार और आकर्षक होना चाहिए ताकि बच्चे उनमें भाग लेने के लिए प्रेरित रहें यदि आवश्यक हो तो शिक्षक साथियों को अभिभावकों के साथ मिलकर काम करना चाहिए और उन्हें कार्यक्रम के बारे में जानकारी देनी चाहिए जिससे कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन होगा और छात्रों की बौद्धिक क्षमता भी विकसित होगी ।
वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा प्राथमिक शिक्षकों के लिये शैक्षणिक सत्र 2024-25 हेतु राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, छत्तीसगढ़ के द्वारा वर्चुअल प्रशिक्षण का आयोजन दो चरणों में किया जा रहा है |
1. प्रथम चरण : -
दिनांक 13-05-2024 से दिनांक 17-05-2024 तक
2. द्वितीय चरण : -
दिनांक 20-05-2024 से दिनांक 24-05-2024 तक
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- स्कूल रेडीनेस वर्चुअल प्रशिक्षण आदेश |
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- गूगल फॉर्म ।
स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के वृहद्धता को अन्य लेख में जानेंगे, तब तक यदि यह जानकारी अच्छी लगे तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपने सुझाव अवश्य शेयर कीजिये |